Saturday, 15 December 2012
Thursday, 25 October 2012
Saturday, 13 October 2012
Thursday, 11 October 2012
Thursday, 4 October 2012
Wednesday, 3 October 2012
Sunday, 30 September 2012
अभी गेंदे के फूल पर बहार आई है
प्रकृति के रंग निराले है दोस्तों .....हर सीजन में अलग कलर के फूल आते हैं
अभी गेंदे के फूल पर बहार आई है जिधर देखो पीले लाल गेंदे के फूल जो साधारण से दिखने वाले है
लेकिन अगर ध्यान से देखें तो ..वाकई ....कितने कलर फुल और खुबसूरत हैं ...
..............अपने केमरे की नजर से दिखाने की कोशिश कर रहा हूँ
कितना सफल होता हूँ ....ये तो आप ही बताएँगे
अभी गेंदे के फूल पर बहार आई है जिधर देखो पीले लाल गेंदे के फूल जो साधारण से दिखने वाले है
लेकिन अगर ध्यान से देखें तो ..वाकई ....कितने कलर फुल और खुबसूरत हैं ...
..............अपने केमरे की नजर से दिखाने की कोशिश कर रहा हूँ
कितना सफल होता हूँ ....ये तो आप ही बताएँगे
Wednesday, 26 September 2012
प्रकृति के रंग निराले है दोस्तों ...............
प्रकृति के रंग निराले है दोस्तों ............... एक तरफ फूल और एक तरफ कांटे है ,लेकिन दोनों ही खूबसूरती में किसी से कम नहीं है ,
वेसे ये हमारे आस पास की घास फूस है जो हमें अक्सर नजर आ जाती है पर इसकी ख़ूबसूरती को मेरे कैमरे की नजर से दिखाने की कोशिश कर रहा हूँ .........कहाँ तक सफल होता हूँ ....आप ही बताएँगे ....
Friday, 21 September 2012
Sun shines and life smiles
Sunday, 16 September 2012
Sunday, 9 September 2012
Saturday, 1 September 2012
Wednesday, 29 August 2012
Wednesday, 15 August 2012
Happy Independance Day
सैनिक आगे बढ़कर कर दे इस जीवन की तू होली
बंगाल जगा पंजाब उठा ,उठ सैनिक दल ललकार उठे
भारत के विशुधर काले भर मस्ती में फुफकार उठे
देश वही है ,गौरवशाली जिसमें नाहर बसते हैं
फांसी पर चढ़ने से पहले एक बार जो हस्ते हों
आज हो गया देश आजाद देकर खुशहाली हो चले गए
इस खुशहाली को रखना है कायम
चाहे फिर से एक बार होना पड़े न्योछावेर
आओ आज करें एक प्रतिज्ञान
देश के मान ओउर अभिमान की हम करेंगे सुरक्षा
१५ आगस्त सैन्तालिश को जो तिरंगा लहराया है
वही तिरंगा लाल किले पर फहरा है फहराएंगे
जय हिंद
Monday, 6 August 2012
Friday, 3 August 2012
Thursday, 2 August 2012
Dancing Water...पानी के बहुत रंग है दोस्तों .................इन सब का लम्बे समय तक आनंद लेना चाहते हो तो .....कृपया पानी का अपव्यय न करे इसे सहेज के रखें
कभी रस्सी सा दीखता है पानी
कभी सांप की तरह फेन फैलता है पानी
कभी फुलझड़ी सा आभास कराता है पानी
कभी झूले की तरह दीखता है पानी
कभी जानवर को ठंडक देता है पानी
कभी स्नो फाल सा लगता है पानी
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